Super Exam General Studies Dance and Music / नृत्य और संगीत Question Bank शास्त्रीय, अर्धशास्त्रीय एवं उप शास्त्रीय संगीत (संगीत कला भाग 2)

  • question_answer
    पण्डित जसराज ने निम्नलिखित में से किस क्षेत्र में अपनी प्रतिष्ठा स्थापित की है?

    A) साहित्य लेखन            

    B)          वाध्य वादन

    C) शास्त्रीय गायन            

    D)          शास्त्रीय नृत्य

    Correct Answer: C

    Solution :

    उत्तर - शास्त्रीय गायन
    व्याख्या - हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत के लिए प्रसिद्ध पंडित जसराज का जन्म 28 जनवरी 1930 को हुआ था। जसराज के गुरु एवं पिता पंडित मोतीराम मेवाती घराने के एक विशिष्ट संगीतज्ञ थे। पंडित जसराज भी मेवाती घराने से संबंधित हैं, जो भारतीय शास्त्रीय संगीत के प्रति भक्ति के लिए जाना जाता है। जसराज मुख्यत: भगवान कृष्ण का भजन गायन करते हैं।
    टिप्पणी - पंडित जसराज ने कविता कृष्णमूर्ति, अनुराधा पौडवाल, साधना सरगम, शंकर महादेवन, मुकेश देसाई, रमेश नारायण और अंकिता जोशी जैसे कई प्रसिद्ध गायकों को प्रशिक्षित किया है।
    पुरुस्कार -
    वर्ष 1987 में, उन्हें संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वर्ष 1990 में, उन्हें भारत सरकार द्वारा पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। वर्ष 2000 में, उन्हें भारत सरकार द्वारा पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया।
    विशेष - पंडित जसराज ने 82 वर्ष की उम्र में अंटार्कटिका महाद्वीप के दक्षिणी ध्रुव पर अपनी प्रस्तुति दी। इसके साथ ही वह सातों महाद्वीपों में कार्यक्रम पेश करने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) के खगोलविद और इंटरनेशनल एस्ट्रोनॉमिकल यूनियन के अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने 11 नवम्बर 2006 को खोजे एक ग्रह का नाम (नम्बर ) 300128 रखा जो पंडित जसराज की जन्मतिथि(28/01/1930) के उलट अंक है। पंडित जसराज भारत के पहले और विश्व के चौथे संगीतकार हैं, जिनके नाम पर अंतरिक्ष में ग्रहों के नाम रखे गए हैं। इनसे पहले मोजार्ट, बीठोवेन और टेनर लुसीआनो पावारोत्ति के नाम पर ग्रहों का नामकरण किया गया है।


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