Super Exam Biology Molecular basis of Inheritance / विरासत का आणविक आधार Question Bank वंशागति का आण्विक आधार एवं जैव तकनीकी

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    DNA फिंगर-प्रिन्टिंग का आधार है     (RPSC2012,UPSC2018)

    A) द्विरज्जुक

    B) मूल अनुक्रम की त्रुटियां

    C) DNA प्रतिकृति

    D) DNA बहुरूपता

    Correct Answer: D

    Solution :

    उत्तर - DNA बहुरूपता
    व्याख्या - सीक्वेंसेस में डीएनए का छोटा भाग कर्इ बार पुनरावृत होता है। इस पुनरावृत्ति डीएनए को जीनोमिक डीएनए के ढेर (Pile) से अलग करने के लिए जो विभिन्न शिखर (Peaks) बनाते है घनत्व प्रवणता सेंट्रीफ्यूगेशन द्वारा अलग करते हैं। डीएनए ढेर (Piles) एक बहुत बड़ा शिखर बनाता है जबकि साथ में अन्य छोटे शिखर बनते है जिसे अनुषंगी डीएनए (सैटेलाइट डीएनए) कहते हैं। क्षार घटकों, खंडों की लंबार्इ, व पुनरावृत्ति र्इकार्इयों के आधार पर माइक्रो-सैटेलाइट, मिनी-सैटेलाइट आदि में वर्गीकृत किया गया है। अनुक्रम समान्यतया किसी भी प्रोटीन का कूटलेखन नहीं करते हैं, लेकिन ये मानव जीनोम के अधि कांश भाग में मिलते हैं। ये सीक्वेंस उच्चश्रेणी बहुरूपता (Polymorphism) प्रदर्शित करते हैं जो डीएनए फिंगर प्रिंटिंग का आधार है। डीएनए सीक्वेंस में मिलने वाली बहुरूपता के साथ-साथ डीएनए फिंगर प्रिंटिंग मानव जीनोम के आनुवंशिक नक्शे तैयार करने में लाभदायक है। बहुरूपता (आनुवंशिक आधार पर विभिन्नता) उत्परिवर्तन के कारण ही उत्पन्न होता है। किसी व्यक्ति में नए उत्परिवर्तन उसकी कायिक कोशिकाओं या जनन कोशिकाओं (लैंगिक प्रजनन करने वाले जीवों उस कोशिका से युग्मक बनाते हैं) में पैदा होता है। यदि जनन कोशिका उत्परिवर्तन किसी व्यक्ति की संतानोत्पत्ति क्षमता को गंभीर रूप से प्रभावित नहीं करते तो यह उत्परिवर्तन स्थानांतरित होता है जिससे जनसंख्या के दूसरे सदस्यों (लैंगिक प्रजनन द्वारा) में यह फैल जाता है। सीक्वेंस विभिन्नता जिसे परंपरागत रूप से डीएनए बहुरूपता कहते हैं।


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