Super Exam Biology Human Health And Disease / मानव स्वास्थ्य और रोग Question Bank मानव स्वास्थ्य, रोग एवं उपचार

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    यकृत रोग हेपैटाइटिस-बी का कारक है (UPPCS 2004, 2006, 2011, JPSC 2010)

    A) डी.एन.ए. वायरस

    B) आर.एन.ए. वायरस

    C) जीवाणु     

    D) प्लैटीहेल्मिन्थस

    Correct Answer: A

    Solution :

    उत्तर - डी.एन.ए. वायरस
    व्याख्या - हेपेटाइटिस बी (HBV) नामक वायरस के कारण होता है। इस व्याधि के कारण यकृत में सूजन एवं जलन पैदा हो जाती है। हेपेटाइटिस बी वायरस ‘हेपा डीएनए वायरस’ परिवार का एक सदस्य है। हेपैटाइटिस दो प्रकार का होता है
    (i) संक्रामी विषाणु हेपैटाइटिस (Infectious Hepatitis) -  यह संक्रमित आहार-पानी के द्वारा होता है। यह रोग गन्दगी वाले स्थानों पर महामारी के रूप में फैलता है।
    (ii) सीरम हेपैटाइटिस - यह संक्रमित रक्त के द्वारा एवं संक्रमित रक्त से संदूषित सीरिंज व अन्य चिकित्सीय औजारों से होता है। यह कुछ दवार्इयों के सेवन एवं एल्कोहल द्वारा भी होता है। इसके प्रकार-
    हिपैटिक एनोक्सिया - यकृत के लोब्यूलस में क्षति या नेक्रोसिस होना, इसे हिपैटिक एनोक्सिया कहते हैं। इस रोग में यकृत में ऑक्सीजन का अभाव हो जाता है। इसके अनेक कारण हो सकते हैं, जैसे- हैमरैज, हृदय का अवरुद्ध होना, निश्वसन वायु में ऑक्सीजन की मात्रा कम हो, उपापचयी दर में वृद्धि होने से ऑक्सीजन की आवश्यकता भी बढ़ जाती है।
    यकृत में रक्त एकत्रित होना - यकृत की रक्त कोशिकाओं में रक्त जमा हो जाता है जो आवश्यकता पड़ने पर रुधिर परिवहन तन्त्र से संचरण के लिए स्वतन्त्र कर दिया जाता हैं।


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