Super Exam Biology Strategies for Enhancement in Food Production / खाद्य उत्पादन में वृद्धि के लिए रणनीतियाँ Question Bank मानव कल्याण में सूक्ष्म जीव, खाद्य उत्पादन व जैव उर्वरक

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    पशु प्रजनन इससे सम्बंधित नीचे दिए गए कथनों में से कूट की सहायता से सही को चुनिए-
    1. अंत:प्रजनन का अर्थ एक ही नस्ल के अधिक निकटस्थ व्यक्ति के मध्य 4-6 पीढ़ी तक संगम होना है।
    2. बिना किसी संबंध वाले पशुओं के मध्य होने वाला प्रजनन ही बहि:प्रजनन होता है।
    3. संकरण - इस विधि में एक नस्ल के श्रेष्ठ नर का दूसरी नस्ल की श्रेष्ठ मादा के साथ संगम होता है।
    कूट:

    A) केवल 1 और 2

    B) केवल 2 और 3

    C) केवल 1 और 3

    D) उपर्युक्त सभी

    Correct Answer: D

    Solution :

    उत्तर - उपर्युक्त सभी
    व्याख्या - पशु प्रजनन, पशु पालन का एक महत्त्वपूर्ण पहलू है। पशु प्रजनन का उद्देश्य पशुओं के उत्पादन को बढ़ाना तथा उनके उत्पादों की वांछित गुणवत्ता में सुधार करना है। एक ही नस्ल के पशुओं के मध्य जब प्रजनन होता है तो वह अंत:प्रजनन कहलाता है। जबकि भिन्न-भिन्न नस्लों के मध्य प्रजनन कराया जाए वह बहि:प्रजनन कहलाता है।
    1. अंत: प्रजनन - अंत:प्रजनन का अर्थ एक ही नस्ल के अधिक निकटस्थ व्यक्ति के मध्य 4-6 पीढ़ी तक संगम होना है। प्रजनन की कार्यनीति निम्न प्रकार से होती है। एक नस्ल से उत्तम किस्म का नर तथा उत्तम किस्म की मादा को पहले अभिनिर्धारित किया जाता है तथा जोड़ों में उनका संगम कराया जाता है।
    2. बहि:प्रजनन - बिना किसी संबंध वाले पशुओं के मध्य होने वाला प्रजनन ही बहि:प्रजनन होता है। इसमें एक नस्ल की (परंतु इनका पूर्वज सामान्य नहीं होना चाहिए) अथवा भिन्न-भिन्न नस्लों (पर प्रजनन) अथवा भिन्न प्रजातियों (अंत विशिष्ट संकरण) की जातियां भाग लेती हैं।
    3. बहि:संकरण - एक ही नस्ल के भीतर पशुओं के संगम की यह क्रिया बहि:संकरण कहलाती है परंतु इसमें 4-6 पीढ़ियों तक दोनों ओर की किसी भी वंशावली में उभय पूर्वज नहीं होना चाहिए। इस संगम से जो संतति उत्पन्न होती है, वह बहि:संकरण कहलाती है। यह विधि ऐसे पशुओं के लिए सर्वश्रेष्ठ रहती है, जिनकी दुग्ध उत्पादन क्षमता तथा मांस उत्पादन की दर औसत से कम होती है। एकल बहि:संकरण से बहुधा अंत:प्रजनन अवसादन समाप्त हो जाता है।
    4. संकरण - इस विधि में एक नस्ल के श्रेष्ठ नर का दूसरी नस्ल की श्रेष्ठ मादा के साथ संगम होता है। संकरण दो विभिन्न नस्लों के वांछनीय गुणों के संयोजन में सहायक होता है। संतति संकर पशुओं का प्रयोग व्यापारिक स्तर पर उत्पादन के लिए किया जा सकता है। जिससे नयी स्थायी नस्लें जो वर्तमान नस्लों से हर प्रकार से श्रेष्ठ हैं। इसी विधि द्वारा हिसरडैल भेड़ की एक नयी नस्ल पैदा की है, जिसका विकास पंजाब में बीकानेरी ऐवीज (भेड़) तथा मैरीनो रेम्स (मेढ़ा या मेष) के बीच संगम कराने से हुआ।
    विशेष - अंत:विशिष्ट संकरण - इस विधि में दो विभिन्न प्रजातियों के नर तथा मादा पशुओं के मध्य संगम कराया जाता है। कुछ मामलों में संतति में दोनों जनकों के वांछनीय गुण सम्मिलित हो जाते हैं तथा इस संतति का पर्याप्त आर्थिक महत्त्व होता है जैसे - खच्चर।


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