Super Exam General Studies Language and Literature / भाषा और साहित्य Question Bank भारतीय साहित्यिक प्रवृत्तियां

  • question_answer
    कुमारसंभवम् की किस सर्ग में ताड़का वध का वर्णन है?

    A) पहले                                        

    B) आठवें

    C) ग्यारहवें                     

    D) सत्रहवे

    Correct Answer: D

    Solution :

    उत्तर - सत्रहवे
    व्याख्या - कुमारसम्भव महाकाव्य 17 सर्गों में समाप्त हुआ है, किन्तु लोक धारणा है कि केवल प्रथम आठ सर्ग ही कालिदास रचित हैं और बाद के अन्य नौ सर्ग अन्य कवि की रचना हैं। इस काव्य के सत्रहवा और अंतिम सर्ग, तारकासुर वध से सम्बन्धित है ।
    विशेष -
    पार्वती विवाह -सप्तम सर्ग सातवें सर्ग में पार्वती का विवाह वर्णन है। हिमालय ने सभी कुटुम्बियों को बुलाकर शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को अपनी पुत्री के विवाह का आयोजन किया।
    आठवां सर्ग - इस सर्ग में शिव-पार्वती की काम-क्रीड़ा का शृंगारिक वर्णन
    सत्रहवा सर्ग - तारकासुर वध कुमार ने “वारुणास्त्र” चलाकर अग्निबाण के प्रभाव को निष्क्रिय कर दिया। तारकासुर क्रोधित होकर अपना रथ छोड़कर कुमार की ओर झपटा। उसने तलवार से कुमार पर प्रहार करना चाहा, परन्तु इससे पूर्व ही कुमार ने भाले का प्रचण्ड प्रहार कर राक्षस तारक का वध कर दिया।


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