Super Exam General Studies Martial Arts and Sports / मार्शल आर्ट्स एवं खेल Question Bank भारतीय युद्ध कला एवं खेल

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    प्राचीन भारत के बौद्ध मठों में, पवरन नामक समारोह आयोजित किया जाता था, जो                                      (IAS 2002)

    A) संघपरिनायक और धर्म तथा विनय विषयों पर एक-एक वक्ता को चुनने का अवसर होता था

    B) वर्षा ऋतु के दौरान मठों में प्रवास के समय भिक्षुओं द्वारा किए गए अपराधों की स्वीकारोक्ति का अवसर होता था

    C) किसी नए व्यक्ति को बौद्ध संघ में प्रवेश देने का समारोह होता था, जिसमें उसका सिर मुंडवा दिया जाता था और पीले वस्त्र दिए जाते थे

    D) आषाढ़ की पूर्णिमा के अगले दिन बौद्ध भिक्षुओं के एकत्र होने का अवसर होता था, जब वे वर्षा ऋतु के आगामी चार महीनों के लिए निश्चित आवास चुनते थे  

    Correct Answer: B

    Solution :

    उत्तर - वर्षा ऋतु के दौरान मठों में प्रवास के समय भिक्षुओं द्वारा किए गए अपराधों की स्वीकारोक्ति का अवसर होता था      व्याख्या - वर्षा ऋतु के समय चार महीने बौद्ध भिक्षु बौद्ध महाविहारों में निवास करते थे। इस समय धर्म प्रचार का कार्य स्थगित रहता था। वर्षा ऋतु की समाप्ति पर जब पुन: धर्म प्रचार कार्य प्रारंभ होता था, तो बौद्ध भिक्षु पवरन नामक समारोह का आयोजन करते थे, भिक्षु इस समारोह में अपने द्वारा किए गए अपराधों को स्वीकार करते थे। पवरन नामक इस समारोह में विगत समय में किये गए कार्यों पर विचार करते हुए आगे की रणनीति बनाई जाती थी।


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