A) कीरत करना
B) वंड छकना
C) नाम जपना
D) आनंद करज
Correct Answer: B
Solution :
उत्तर - वंड छकना |
व्याख्या -सिख शब्द का अर्थ शिष्य होता है। सिख ईश्वर के वे शिष्य हैं जो दस सिख गुरुओं के लेखन और शिक्षाओं का पालन करते हैं। सिख एक ईश्वर में विश्वास करते हैं। सिख धर्म के अनुसार तीन कर्त्तव्य का पालन सिखों द्वारा किया जाना चाहिये - |
1. वंड छकना - इस कर्तव्य के अनुसार दूसरों के साथ अपनी कमाई साझा करना अर्थात् दूसरों को दान देना और उनकी देखभाल करना है। |
2. नाम जपना - इस कर्तव्य के अनुसार अपने प्रत्येक काम में ईश्वर को याद करना चाहिये। इसे सिमरन (सुमिरण) कहा जाता है। कीरत करना - इस कर्तव्य के अनुसार ईमानदारी से आजीविका अर्जित करना है। इसका अर्थ केवल अपराध से दूर रहना नहीं है बल्कि जुए, भीख, शराब व तंबाकू उद्योग में काम करने से भी बचना है। वस्तुत: ईश्वर सत्य है, एक सिख ईमानदारी से जीवन जीना चाहता है। |
टिप्पणी - सिखों के कर्तव्यों को उल्लेखित करने वाला ग्रंथ सिख रहत मर्यादा है जिसमें चार अनुष्ठानों का प्रावधान किया है। इन्हें संस्कार मार्ग कहा जाता है। |
· प्रथम अनुष्ठान जन्म और गुरुद्वारे में आयोजित नामकरण समारोह है। |
· द्वितीय अनुष्ठान आनंद करज या आनंदमय मिलन या विवाह समारोह है। |
· तृतीय अनुष्ठान अमृत संस्कार है जो खालसा में दीक्षा के लिये होने वाला समारोह है। यह सबसे महत्वपूर्ण संस्कार है। |
· चतुर्थ अनुष्ठान मृत्यु के बाद होने वाला अंतिम संस्कार समारोह है। |
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