Super Exam Biology Plant Growth and Development / पौधे की वृद्धि और विकास Question Bank पादप पोषण, वृद्धि एवं परिवर्द्धन

  • question_answer
    पौधों में वाइट बड रोग किसकी कमी से होता है?                                (UPPCS 2006 2010 JPSC 2016)

    A) जिंक                        

    B) (b) कॉपर

    C) बोरॉन                       

    D) मैंगनीज

    Correct Answer: A

    Solution :

    उत्तर - जिंक
    व्याख्या- पादप जिंक को, जिंक (\[Z{{n}^{2+}}\]) आयन के रूप में लेते हैं। यह विविध एंजाइमों को विशेषत: कार्बोक्सीलेस को सक्रिय करता है। इसकी अनिवार्यता ऑक्सिन संश्लेषण में भी होती है।
    कमी के लक्षण -
    i. पत्तियां विकृत तथा हंसियाकार हो जाती हैं एवं गुच्छों के रूप में रोजेटस का निर्माण करती हैं। इस प्रभाव को लघुपत्र रोग (Little Leaf disease) कहते हैं। पौधे की नर्इ पत्तियां व शीर्ष छोटे सफेद से हो जाते है जिसे सफेद कली (White bud) रोग कहते हैं। यह रोग मक्का में होता है।
    ii. इसकी कमी के कारण तना की वृद्धि लघुकृत हो जाती है,साथ ही कायिक वृद्धि भी रुक जाती है, जिससे कि पौधे अवरुद्ध (Stunted) वृद्धि प्रदर्शित करते हैं। इसके अतिरिक्त धान में खेरा रोग एवं निम्बू का लिटिल लीफ रोग जिंक की कमी से होता है।
    iii.    जिंक की न्यूनता से बीजों के निर्माण में बाधा पड़ती है और फल वाले वृक्षों में विकृतीकरण होने लगती है।


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