Super Exam General Studies Dance and Music / नृत्य और संगीत Question Bank नृत्य परंपरा का परिचय एंव भारत में शास्त्रीय नृत्य (नृत्यकला भाग 1)

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    भरत के नाट्यशास्त्र के संदर्भ में निम्न कथनों पर विचार करें - 1. भरत मुनि ने अभिनय के प्रमुख रूप से चार भेद बताये हैं। 2. अभिनय का विस्तृत विवेचन करने वाला विश्व का सबसे प्रथम ग्रन्थ आचार्य भरत मुनि कृत “नाट्य शास्त्र” है। उपरोक्त में से सत्य कथनों का चुनाव करें

    A) केवल 1    

    B)          केवल 2

    C) 1 और 2   

    D)          न तो 1 न ही 2

    Correct Answer: C

    Solution :

    उत्तर - 1 और 2
    व्याख्या - उपरोक्त दोनों कथन सत्य हैं। अभिनय का विस्तृत विवेचन करने वाला विश्व का सबसे प्रथम ग्रन्थ आचार्य भरत मुनि कृत “नाट्य शास्त्र” है।. भरतमुनि का नाट्यशास्त्र ऐसा ग्रन्थ है कि वह शिल्प के नियमों और पद्धतियों का ‘विश्वकोश” बन हमारे समक्ष आता है। भरत मुनि ने नाट्यवेद के अंतर्गत बारह हजार ‘लोकों’ कि रचना की। नाट्यशास्त्र के आठवें अध्याय में अभिनय शब्द के निर्माण और स्वरुप का विस्तृत वर्णन किया गया है।
    टिप्पणी - भरत मुनि ने अभिनय के प्रमुख रूप से चार भेद बताये हैं -
    (1) आंगिक
    (2) वाचिक
    (3) आहार्य
    (4) सात्विक


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