Super Exam General Studies Dance and Music / नृत्य और संगीत Question Bank नृत्य परंपरा का परिचय एंव भारत में शास्त्रीय नृत्य (नृत्यकला भाग 1)

  • question_answer
    किस नृत्य में “भरतनाट्यम और कत्थकली” दोनों के तत्त्व शामिल हैं?                                                      (IAS 1997)

    A) मणिपुरी     

    B)          ओडिशी

    C) मोहनीअट्टम               

    D)          सत्रिया

    Correct Answer: C

    Solution :

    उत्तर - मोहनीअट्टम
    व्याख्या - मोहिनीअट्टम केवल महिला नर्तकियों द्वारा किया जाने वाला केरल का एकल नृत्य रूप है। इस नृत्य में भरतनाट्यम और कत्थकली दोनों के तत्त्व शामिल होते हैं। मोहिनीअट्टम का अर्थ है “जादूगरनी का नृत्य,”। कवि वल्लथोल (वी. के.मेनन) ने 1936 ईसवी में जब कला मंडलम की स्थापना कथकली के प्रशिक्षण के लिए की थी, तब उन्होंने इसके साथ मोहिनीअट्टम की परंपरा को भी जीवित रखा।
    टिप्पणी - इस नृत्य की मुख्य विशेषताएं निम्नानुसार हैं
    · इस नृत्य का उल्लेख 934 ईसवी के नेदुमपुरा तली शिलालेखों में मिलता है।
    · केरल के सुंदर परिदृश्य, नारियल लहराते पेड़, इसके लैगून के पानी पर विचरण करती नौकायें मोहिनीअट्टम के कोमल नृत्य पैटर्न में परिलक्षित होते है।
    · मोहिनीअट्टम नृत्य का प्रारंभ चोल्केक्त के गायन के ‘साथ शुरू होता है।
    · पारंपरिक रूप में मोहिनीअट्टम नृत्य में भगवान विष्णु के सागर-मंथन की कथा का मंचन होता है, जिसमे वे सागर मंथन के दौरान मोहिनी का रूप धारण करके - भस्मासुर का विनाश करते हैं।
    विशेष -
    · मोहिनीअटट्म का प्रथम संदर्भ माजामंगलम नारायण नब्बूदिरी द्वारा संकल्पित व्यवहार माला में पाया जाता है जो 16वीं शताब्दी में रचा गया।
    · नृत्यांगना को केरल की सफेद और सुनहरी किनारी वाली सुंदर कासावू साड़ी में सजाया जाता है।


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