Super Exam General Studies Dance and Music / नृत्य और संगीत Question Bank नृत्य परंपरा का परिचय एंव भारत में शास्त्रीय नृत्य (नृत्यकला भाग 1)

  • question_answer
    मणिपुरी नृत्य के संदर्भ में निम्न कथनों पर विचार करें - 1. यह नृत्य रूप 18 वीं शताब्दी में वैष्णव सम्प्रदाय के साथ विकसित हुआ था। 2. इसमें मुख्यत: तांडव नृत्य किया जाता है। उपरोक्त में से सत्य कथनों का चुनाव करें

    A) केवल 1

    B) केवल 2

    C) 1 और 2

    D) न तो 1 न ही 2

    Correct Answer: A

    Solution :

    उत्तर - केवल 1
    व्याख्या - कथन 1 सत्य है जबकि कथन 2 असत्य है। वस्तुत: इस नृत्य में इसमें तांडव तथा लास्य दोनों होते हैं। इसकी उत्पत्ति का स्रोत पुराणों में शिव पार्वती के नृत्य को बताया जाता है। नागाभान्द्रा इस विधा की एक महत्वूर्ण मुद्रा है। इसमें करताल, ढोल आदि वाद्य यंत्रो का प्रयोग किया जाता है। मणिपुरी नृत्य ज्यादातर समूह में ही होते हैं परन्तु रासलीला के कुछ नृत्यों का एकल प्रदर्शन भी होता है। इस नृत्य में बसंतरस, कुंजरस, महारस और नित्यरस, रासलीला के विभिन्न प्रारूप हैं, जो विशिष्ट उत्सवों पर प्रदर्शित किये जाते हैं। और नत्संकिर्तन का रासलीला से पहले प्रदर्शन किया जाता है।
    विशेष -
    · मणिपुरी नृत्य की प्रसिद्ध नृत्यांगना प्रीति पटेल ने पारंपरिक मणिपुरी नृत्य में थांग-टा नामक युद्ध नृत्य (एक प्रकार की मार्शल आर्ट) का संयोजन भी किया है।
    · चोतोम्बी सिंह ने मणिपुर में हिरणों के गायब हो जानेवाली प्रजातियों के बारे में कैबुल लमजाओ नृत्य किया हैं।
    · संकीर्तन में पुरुष नर्तक झुक कर नित्य करते समय पोंग और करताल बजाते हैं।
    · थांगटा में युद्ध संबंधी दृ श्यों का प्रदर्शन किया जाता है।
    · इससे पुंग ढोल और बंसुरी जैसे- वाद्ययंत्रों का प्रयोग किया जाता है।
    · इसमें विष्णु पुराण, भागवत पुराण तथा गीत गोविंद के कथानकों का प्रस्तुतीकरण किया जाता है।


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