Super Exam General Studies Dance and Music / नृत्य और संगीत Question Bank नृत्य परंपरा का परिचय एंव भारत में शास्त्रीय नृत्य (नृत्यकला भाग 1)

  • question_answer
    कत्थकली नृत्य के संदर्भ में निम्न कथनों पर विचार करें - 1 जमींदारों और सामंतो के सरंक्षण में तमिलनाडु के मंदिरों में इसका विकास हुआ है। 2. इसे पूर्व का गाथा गीत भी कहते है। उपरोक्त में से सत्य कथनों का चुनाव करें

    A) केवल 1    

    B)          केवल 2

    C) 1 और 2   

    D)          न तो 1 न ही 2

    Correct Answer: B

    Solution :

    उत्तर - केवल 2
    व्याख्या - कथन 1 असत्य है जबकि कथन 2 सत्य है। वस्तुत: जमींदारों और सामंतों के सरंक्षण में केरल के मंदिरों में इसका विकास हुआ है। यह नृत्य रामायण और महाभारत की कहानियों का प्रदर्शन करता है, अत: इसे पूर्व का गाथा गीत भी कहते है।
    टिप्पणी -
    · यह दो नृत्य विधाओं रामाअट्टम और कृष्णाअट्टम का मिला हुआ रूप है।
    · इसमें ढोलक, छंद आदि वाद्य यंत्रो का प्रयोग किया जाता है।
    · कत्थकली अभिनय, नृत्य और संगीत के समन्वय की परिणति है।
    · यह एक मुकाभिनय है जिसमें हस्त मुद्रा और चेहरे के भाव प्रदर्शन के सहारे अभिनेता अपनी प्रस्तुति देता है।
    विशेष - कत्थकली के अलावा कोई अन्य नृत्य भौंहों, आंखों और निचली पलकों का प्रयोग नहीं करता है। इस नृत्य में चेहरा विभिन्न परस्पर विरोधी भावों या भावनाओं का एक खेल का मैदान बन जाता है। केरल के सभी प्रारंभिक नृत्य व नाटक- थियाट्टम, कृष्णाट्टम, रामाट्टम ‘चकइरकोथू, कोडियाम, आदि कत्थकली की ही देन हैं।


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