A) समूह 11 व समूह 12
B) समूह 13 व समूह 14
C) समूह 14 व समूह 15
D) समूह 15 व समूह 16
Correct Answer: C
Solution :
उत्तर- समूह 14 व समूह 15 |
व्याख्या - जब जालक में किसी बाह्य पदार्थ (अशुद्धि) के उपस्थित होने से दोष उत्पन्न होता है तो उसे अशुद्धि दोष कहते हैं । इस क्रिया को डोपिंग कहते हैं, जिससे विद्युत चालकता में वृद्धि होती है। अशुद्धियां क्रिस्टल के अन्तराकाशी या उपकाशी (Interstitial or Substitial) जगहों में स्थान ग्रहण करती है। अर्द्धचालक इसी प्रकार के अशुद्धि दोष का उदाहरण है। अशुद्धियों की प्रकृति के अनुसार दो प्रकार के अर्धचालक होते हैं |
(i) n- प्रकार का अर्द्धचालक- समूह 15 के तत्व (P या As) में समूह 14 के तत्व (Si या Ge) मिलाने पर द-प्रकार के अर्द्धचालक बनते हैं. जिनकी चालकता ऋणावेशित अतिरिक्त इलेक्ट्रानों की गति के कारण होती है। |
(ii) p- प्रकार का अर्द्धचालक -समूह 13 के तत्व (B या Al,Ga) में समूह 14 के तत्व (Si या Ge) मिलाने पर च-प्रकार के अर्द्धचालक बनते हैं, जिनकी चालकता धनावेशित छिद्रों की गति के कारण होती है। |
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