Super Exam Chemistry Chemistry in Everyday Life / दैनिक जीवन में रसायन Question Bank दैनिक जीवन में रसायन

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    निम्नलिखित में कौन-सा कथन सही नहीं है?

    A) कुछ पूतिरोधी साबुन में मिलाए जा सकते हैं।

    B) कुछ विसंक्रामियों के तनुविलयन पूतिरोधी के समान उपयोग किए जा सकते हैं।

    C) विसंक्रामी प्रति सूक्ष्म जैविक औषधि होती हैं।

    D) पूतिरोधी औषधि खार्इ जा सकती है।

    Correct Answer: D

    Solution :

    उत्तर - पूतिरोधी औषधि खायी जा सकती है।
    व्याख्या - पूतिरोधी तथा विसंक्रामी (Antiseptics and disinfectants) पूतिरोधी तथा विसंक्रामी भी ऐसे रसायन होते हैं जो या तो सूक्ष्म जीवों का विनाश करते हैं अथवा उनकी वृद्धि को रोकते हैं। पूतिरोधियों को सजीव ऊतकों, जैसे - घाव, चोट, अल्सर और रोग ग्रस्त त्वचा की सतह पर लगाया जाता है। फ्यूरासिन (Furacine), सोफ्रामाइसिन (Soframicine) इत्यादि इनके उदाहरण हैं। इन्हें प्रतिजीवाणुओं की तरह खाया नहीं जाता। साधारणत: प्रयुक्त किया जाने वाला पूतिरोधी डेटॉल (Dettol) क्लोरोजाइलिनॉल तथा टर्पिनिओल का मिश्रण होता है। बाइथायोनॉल (Bithionol) को साबुन में एंटी ‘सेप्टिक गुणधर्म प्रदान करने के लिए मिलाया जाता है। आयोडीन एक प्रबल एंटीसेप्टिक है। इसका ऐल्कोहॉल-जल मिश्रण में 2-3 प्रतिशत घोल आयोडीन का टिंक्चर कहलाता है। इसे घाव पर लगाते हैं। आयोडोफार्म भी घावों पर एंटीसेप्टिक की तरह प्रयुक्त किया जाता है। बोरिक अम्ल का तनु जलीय विलयन आंखों के लिए दुर्बल एंटी सेप्टिक होता है। विसंक्रामियों का प्रयोग निर्जीव वस्तुओं, जैसे - फर्श, नालियों और यंत्रों इत्यादि पर किया जाता है। सांद्रता परिवर्तन से वही पदार्थ एंटीसेप्टिक अथवा विसंक्रामी का कार्य कर सकता है। उदाहरण के लिए फीनॉल का 0.2% विलयन एंटीसेप्टिक होता है जब कि इसका 1% विलयन विसंक्रामी होता है। क्लोरीन की 0.2 से 0.4 भाग प्रति दस लाख भाग (ppm, parts per million) जल में सांद्रता तथा अत्यधिक कम सांद्रता में सल्फर डाइऑक्साइड विसंक्रामी का कार्य करती है।


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