कथन : कुछ जीवाणु अपना भोजन संश्लेषित कर सकते हैं। |
कारण: इन जीवाणुओं में हरा पदार्थ जो हरितलवक कहलाता है, पाया जाता है। (UPPSC 2000,BPSC 2015) |
A) कथन और कारण दोनों सही हैं, और कारण, कथन का सही स्पष्टीकरण है।
B) कथन और कारण दोनों सही हैं, और कारण, कथन का सही स्पष्टीकरण नहीं है।
C) कथन सही है, परन्तु कारण गलत है।
D) कथन गलत है, परन्तु कारण सही है।
Correct Answer: C
Solution :
उत्तर - कथन सही है, परन्तु कारण गलत है। |
व्याख्या - पोषण के प्राप्ति के आधार पर जीवाणु परपोषी (Heterotrophic) तथा स्वपोषित है। स्वपोषित जीवाणु कार्बन डाइऑक्साइड ( \[C{{O}_{2}}\]) तथा अकार्बनिक पदार्थो से अपना भोजन स्वयं बना लेते हैं। ये जीवाणु दो प्रकार के प्रकाश-संश्लेषी तथा रसायन-संश्लेषी होते हैं। इन जीवाणुओं में हरितलवक (Chloroplast) का अनुपस्थित होता है। कुछ जीवाणुओं में पर्णहरित ( Chlorophyll) के समान रंगद्रव्य (Pigments) होते हैं, जिससे ये प्रकाश-संश्लेषण की क्रिया करते हैं। |
विशेष - जीवाणु की खोज के संदर्भ में-जीवाणुओं का सबसे पहले पता जीवाणु विज्ञान के जनक एण्टोनी वॉन ल्यूवेनहॉक (1683) ने लगाया था एवं एरनबर्ग (1829) ने इन्हें जीवाणु ( Bacteria) नाम दिया। सूक्ष्म जीव विज्ञान ( Microbiology) के जनक वैज्ञानिक लुर्इ पाश्चर (1876) ने बताया कि किण्वन (Fermentation) की क्रिया जीवाणुओं द्वारा होती है आधुनिक जीवाणु विज्ञान के जनक (Father of modern bacteriology) जर्मन वैज्ञानिक रॉबर्ट कोच (1881) ने बताया कि मनुष्य में क्षय रोग ( T.B), पशुओं में एंथ्रेक्स तथा हैजा ( Cholera) आदि रोग जीवाणुओं के द्वारा होते हैं। इन्होंने रोगाणुओं द्वारा रोगों की उत्पत्ति (Germ theory of diseases ) प्रतिपादित की एवं जीवाणुओं का कृत्रिम संवर्धन किया। जोसेफ लिस्टर (1867) ने जीवाणुओं के सम्बन्ध में प्रथम बार प्रतिरोधी मत (Antiseptic theory) का प्रतिपादन किया था। |
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