Super Exam Biology Plant Growth and Development / पौधे की वृद्धि और विकास Question Bank जैव विकास

  • question_answer
    निम्नलिखित में से कौन घटक सजीव जीवों में एक नर्इ जाति की उत्पत्ति के लिए सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण हैं ? (UPSC 2002)

    A) पृथक्करण

    B) उत्परिवर्तन

    C) प्राकृतिक वरण

    D) लैंगिक जनन

    Correct Answer: C

    Solution :

    उत्तर - प्राकृतिक वरण
    व्याख्या - नर्इ जाति की उत्पत्ति के लिए पृथक्करण, उत्परिवर्तन, प्राकृतिक वरण और लैंगिक जनन सभी घटक महत्वपूर्ण है। परन्तु इन सब मे सबसे महत्वपूर्ण घटक प्राकृतिक वरण है। डार्विन के प्राकृतिक सिद्धान्त के अनुसार:-
    1. विकास की इकार्इ ‘जनसंख्या’ (या समष्टि) है जिसका स्वयं का अपना जीन पूल होता है। (जीन पूल किसी भी जनसंख्या के सभी विभिन्न जीनों का एक समूह है।)
    2. किसी भी समष्टि के व्यष्टियों में प्रदर्शित होने वाले वंशागत आनुवंशिक परिवर्तन विकास का आधार होते हैं। यह वंशागत परिवर्तन अथवा विविधताएं जीनों में या गुणसूत्रों अथवा उनके पुनर्योजनों में होने वाले छोटे-छोटे उत्परिवर्तनों के कारण होते हैं।
    3. प्राकृतिक वरण द्वारा उन परिवर्तनों का चयन कर लिया जाता है जो प्राणी को पर्यावरण के प्रति अनुकूलन उत्पन्न करने में सहायक होते हैं।
    4. किसी समष्टि की संघटन में होने वाले उसे किसी आनुवंशिक परिवर्तन, जिसका चयन प्राकृतिक वरण द्वारा कर लिया जाता है, इसके ही कारण नर्इ जाति (स्पीशीज) बनती है। चूंकि विविधताओं और प्राकृतिक वरण की पारस्परिक क्रिया के कारण अनुकूलित आनुवंशिक परिवर्तन वाली संतान अधिक पैदा होती हैं। इन्हें ‘विभेदी जनन’ कहा जाता है।
    5. एक बार विकसित हो जाने पर ‘जनन विलगन’ जातियों की विशिष्टता बनाए रखती हैं।


You need to login to perform this action.
You will be redirected in 3 sec spinner