A) ऑक्सीजन के साथ हाइड्रोजन के मिश्रण से
B) एसिटिलीन के साथ ऑक्सीजन के मिश्रण से
C) हवा के साथ मीथेन के मिश्रण से
D) ऐथेन के साथ कार्बन डाइ-ऑक्साइड के मिश्रण से
Correct Answer: C
Solution :
उत्तर - हवा के साथ मीथेन के मिश्रण से |
व्याख्या - जीवाश्म र्इंधन में सह-उत्पाद के रूप में मीथेन गैस निकलती है। मीथेन बहुत ज्वलनशील होती है किंतु नियन्त्रित रूप से इसका उपयोग किया जाता है। भूमिगत कोयले व अन्य खदानों में मीथेन गैस की मात्रा ज्यादा होती है इसके अलावा धान के खेत, पशु वातावरण में मीथेन मानवीय स्रोत हैं जबकि आर्द्रभूमि तथा समुद्र, मीथेन उत्सर्जन के प्राकृतिक स्रोत हैं तथा वायु (यह ऑक्सीजन युक्त होती है, दहन के लिए आवश्यक है) के साथ 5.15 % मीथेन सम्पर्क में आती है, तो मिश्रण विस्फोटक हो जाता है। छोटी सी चिंगारी खदान में बहुत बड़ा विस्फोटक कर सकती है। ऑक्सीजन तथा हाइड्रोजन या एसिटिलीन का मिश्रण भी विस्फोटक होता है। लेकिन हाइड्रोजन तथा एसिटिलीन ज्वलनशील गैसें होने के बावजूद सार्थक मात्रा में उपस्थित नहीं होने के कारण विस्फोट नहीं करती है। ऐथेन तथा कार्बन डाइ-अॉक्साइड का मिश्रण विस्फोटक प्रकृति का नहीं होता है. ऐथेन एक ज्वलनशील गैस है, लेकिन कार्बन डाइ-ऑक्साइड दहन में सहायता नहीं करती है। |
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