Super Exam Chemistry Hydrocarbons / हाइड्रोकार्बन Question Bank कार्बनिक रसायन, हाइड्रोकार्बन एवं ईंधन

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    क्लोरोफॉर्म की बोतल को सूर्य प्रकाश में रख देने पर कौन सी जहरीली गैस का निर्माण होने लगता है?

    A) कार्बन डार्इऑक्साइड

    B) फ्लोरीन

    C) फॉस्जिन

    D) उपरोक्त सभी

    Correct Answer: C

    Solution :

    उत्तर - फॉस्जिन
    व्याख्या - क्लोरोफॉर्म या ट्राइक्लोरोमीथेन - क्लोरोफॉर्म, सन् 1831 में लीबिग (Leibig) और सोबेरिन (Soubereian) ने स्वतन्त्र रूप से बनाया। ड्यूमा ने इसको क्लोरोफॉर्म नाम दिया। डॉक्टर सिम्पसन ने इसके निश्चेतक गुणों को खोज की।  प्रयोगशाला में एथिल एल्कोहॉल या एसीटोन पर जल और ब्लीचिंग पाऊडर की क्रिया से क्लोरोफॉर्म बनाया जाता है। यह रंगहीन मधुर गंधयुक्त द्रव है। जल से 1.5 गुना भारी है। इसको अधिक देर तक सूंघने पर बेहोश कर देता है। जल में अल्प विलेय किन्तु कार्बनिक विलायकों जैसे- एल्कोहॉल, एसीटोन व र्इथर आदि में अत्यन्त विलेय है।
    वायु तथा प्रकाश का प्रभाव- ऑक्सीकरण (Oxidation) क्लोरोफॉर्म सूर्य के प्रकाशध्वायु से ऑक्सीकृत होकर विषैली गैस फॉस्जीन (कार्बोनिल क्लोराइड) बनाता है।
    \[2CHC{{l}_{3}}+{{O}_{2}}\to 2COC{{l}_{2}}{\scriptscriptstyle 1\!/\!{ }_4}QLthu{\scriptscriptstyle 1\!/\!{ }_2}+2HCl\]
    वायु का अधिकता और सूर्य का प्रकाश
    \[4CHC{{l}_{3}}+3{{O}_{2}}\to 4COC{{l}_{2}}+2C{{l}_{2}}+2{{H}_{2}}O\]
    साधारण क्लोरोफॉर्म में फॉस्जीन मिश्रित रहती है, यह विलायक के रूप में प्रयुक्त होता है। अति शुद्ध क्लोरोफॉर्म में थोड़ी सी भी फॉस्जीन नहीं होती यह निश्चेतक के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। निश्चेतक के रूप में प्रयोग किये जाने वाले क्लोरोफॉर्म को नीले या भूरे रंग की बोतल मुंह तक भर कर वायुरोधक ढक्कन लगाकर अंधेरे में रखते हैं। यह रंगीन बोतल प्रकाश को अवशोषित कर रोक लेती है। बोतल में रिक्त जगह न होने से वायु का भी अनुपस्थित होती है। बोतल में 1% एथिल एल्कोहॉल मिला दिया जाता है। यदि फॉस्जीन गैस बनती है तो उससे यह क्रिया करके डार्इ एथिल कार्बोनेट का निर्माण . हो जाता है जो जहरीला नहीं होता।
    क्लोरोफॉर्म उपयोग- इसका उपयोग पहले सर्जरी में निश्चेतक के रूप में करते थे लेकिन हृदय तथा श्वसन तन्त्र पर हानिकारक प्रभाव होने से वर्तमान मे अन्य रसायनों का उपयोग निश्चेतक के रूप में करते हैं। यह एक अच्छा जीवाणुनाशक है, अत: शरीर रचना संबंधी अंगों (Anatomical specimens) के परिक्षण में प्रयुक्त होता है। प्रयोगशाला में प्राथमिक एमीन समूह, ब्रोमीन और आयोडीन के परीक्षण में करते है।


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