Super Exam Biology Biodiversity Conservation And Wild Life / जैव विविधता संरक्षण और वन्य जीवन Question Bank आनुवंशिकी एवं विविधता के सिद्धांत

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    हीमोफीलिया एक आनुवंशिक रोग है जिसका वहन- (UPSC1993, 1998, UPPCS2003, 2007, UKPSC2006)

    A) स्त्रियां करती हैं और प्रकट भी स्त्रियों में होता है।

    B) स्त्रियां करती हैं और जो प्रकट पुरुषों में होता है।

    C) पुरुष करते हैं और जो प्रकट स्त्रियों में होता है।

    D) पुरुष करते हैं और प्रकट पुरुषों में होता है।

    Correct Answer: B

    Solution :

    उत्तर - स्त्रियां करती हैं और जो प्रकट पुरुषों में होता है।
    व्याख्या - हीमोफीलिया (रक्त प्रवाहक रोग) - रोगी के शरीर पर कोर्इ जख्म होने पर या चोट लगने काफी समय (आधे घण्टे से 24 घण्टे) तक रुधिर में कुछ प्रोटीन्स की कमी के कारण 5-7 मिनिट में थक्का नहीं जमता है और रुधिर बराबर बहता रहता है अर्थात हीमोग्लोबिन की कमी होने लगती है, इसे हीमोफीलिया रोग कहते हैं। अत: इसे रक्त स्त्रावण रोग (Bleeder Disease) भी कहते हैं। यह रोग केवल पुरुषों को ही होता है, स्त्रियां इस रोग की वाहक होती हैं। अनेक परिवारों में यह रोग अनेक पीढ़ियों तक चलता रहा। इंग्लैंड की पूर्व रानी विक्टोरियां भी इस रोग की वाहक थी। उनकी संतानों की अनेक पीढ़ियों में पुरुषों को यह रोग होता रहा। यह रोग भी एक लिंग सहलग्न अप्रभावी जीन के कारण होता है जो कि X-क्रोमोसोम पर स्थित होता है। इसकी वंशागति भी वर्णान्धता के समान ही होती है।
    (i) इसमें केवल एक जीन से ही पुरुषों में यह रोग होता है किन्तु स्त्रियों में इस रोग के दो अप्रभावी विकल्पी जीन का होना आवश्यक है। (यदि किसी कारणवश ऐसा हो तब वे स्त्रियां वयस्क अवस्था के बाद जीवित नही रह सकतीं, क्योंकि मासिक-धर्म के समय उनके रक्त का बहना बन्द ही नहीं होगा)। -
    (ii) इस रोग से ग्रस्त पुरुष की पुत्रियां स्वयं तो इसकी रोगी नहीं होंगी किन्तु वे वाहक होती हैं, क्योंकि इनके एक X-क्रोमोसोम में (जो पिता से प्राप्त है) रोग का जीन होता है।
    (iii) वाहक पुत्रियों की शादी सामान्य पुरुष से होने पर उनसे उत्पन्न आधे पुत्रों में हीमोफीलिया रोग हो जाता है।


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