Super Exam Biology Reproduction and Endocrine System / प्रजनन और अंत: स्रावी प्रणाली Question Bank अंतःस्त्रावी तंत्र व हार्मोन

  • question_answer
    वयस्कों में कौन-सा रोग थॉयराक्सिन की अधिकता के कारण हैं-                                                  (WBCS 2008)

    A)  डायबिटीज इन्सीपीड्स

    B)         डायबिटीज मेलीटस

    C)  मिक्सोडीमा                              

    D)  एक्सोप्थेल्मिक गाँइटर

    Correct Answer: D

    Solution :

    उत्तर -  एक्सोप्थेल्मिक गॉइटर
    व्याख्या - थाइरॉइड ग्रंथि के कैंसर अथवा इसमें गांठों की वृद्धि से थाइरॉइड हॉर्मोन के संश्लेषण की दर असामान्य रूप से अधिक जाती है। यह लक्षण पुराने संक्रामक रोगों, अतिभोजन (Over Eating), गर्भाधान से थायरॉइड ग्रंथि के अत्यधिक सक्रिय होने से होता है। इस स्थिति को थाइरॉइड अतिक्रियता (Hyperthyrodism) कहते हैं। चिकित्सा विज्ञान की दृष्टि से अतिस्त्रावण को थायरोटॉक्सिकोसिस (Thyrotoxicosis) भी कहते हैं। इसके प्रभाव से श्वसन दर अत्यधिक बढ़ जाती है, जिसके कारण उत्तेजना, चिड़चिडापन, थकान, कमजोरी, घबराहट, शरीर में कम्पन तथा अत्यधिक पसीना निकलने लगता है। कुछ व्यक्तियों में अतिस्त्रावण के कारण थायरॉइड ग्रंथि में जगह-जगह गांठे बन जाती हैं, इसे प्लूमर रोग (Plummer Disease) के नाम से जाना जाता है। यदि ग्रंथि एकसार फूल जाती है, जिससे नेत्रगोलकों के नीचे श्लेष्म के एकत्रित हो जान से नेत्र गोलक (Eye Ball) बाहर की ओर उभर आते हैं। इसे नेत्रोत्सेंधी गलगण्ड (Exophthalmic goitre) कहते हैं। इस अपविस्तारी वैषिक घेघा (Diffused Toxic Goitre) एव ग्रवाज रोग (Grave’s disease) भी कहते हैं।


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