Super Exam Economics Government Budget And The Economy / सरकार का बजट और अर्थव्यवस्था Question Bank भारत की कर व्यवस्था, बजट एवं राजकोषीय नीति

  • question_answer
    वर्ष 1990-91 में राजकोषीय घाटा सकल घरेलू उत्पाद के कितने प्रतिशत रह गया था? 

    A)  8.4%                      

    B)         6.5%

    C)  9.1%                      

    D)         11.0%

    Correct Answer: B

    Solution :

    उत्तर- 6.5%
    व्याख्या-वर्ष 1990-91 में केन्द्र सरकार का राजकोषीय घाटा सकल घरेलू उत्पाद का 6.6% था वर्तमान में इसकी दर हो गई है। वर्ष 2019-20 के लिए राजकोषीय घाटा 3.4 प्रतिशत तय किया गया है। 
    राजकोषीय घाटा से तात्पर्य सरकार के कुल खर्च और उधारी को छोड़कर कुल कमाई के बीच के अंतर से है। दूसरे शब्दों में कह सकते हैं कि- राजकोषीय घाटा बताता है कि सरकार को अपने खर्चों को पूरा करने के लिए कितने पैसों की जरूरत है।
    अधिक राजकोषीय घाटे से तात्पर्य यह है कि सरकार को ज्यादा उधारी की जरूरत पड़ेगी।
    प्राथमिक घाटा- चालू वित्त वर्ष के राजकोषीय घाटे से: पिछली उधारी के ब्याज को घटाने पर प्राथमिक घाटा प्राप्त होता है। राजकोषीय घाटे में ब्याजे भुगतान साहित सरकार की कुल उधारी शामिल होती हैए जोकि प्राथमिक घाटा का मतलब प्राथमिक डेकिसिट में ब्याज के भुगतान को शामिल नहीं किया जाता है। प्राथमिक डेकिसिट से तात्पर्य- सरकार को ब्याज के भुगतान हटाकर खर्चों को पूरा करने के लिए कितने उधार की जरूरत है।


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