भारत सरकार से संबंधित भवन वास्तुकला (स्थापत्य कला भाग 8)

भारत सरकार से संबंधित भवन वास्तुकला (स्थापत्य कला भाग 8)

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भारत सरकार से संबंधित भवन वास्तुकला (स्थापत्य कला भाग 8)

 

विश्लेषणात्मक अवधारणा

संसद का स्थापत्य नमूना अद्भुत है। मशहूर वास्तुविद् लुटियस ने भवन का डिजाइन तैयार किया था। सर हर्बर्ट बेकर के निरीक्षण में निर्माण कार्य संपन्न हुआ था। खंबों तथा गोलाकार बरामदों से निर्मित यह पुर्तगाली स्थापत्यकला का अदभुत नमूना पेश करता है।

गोलाकार आवृत्ति में निर्मित संसद भवन का व्यास 170.69 मीटर का है। लोकसभा कक्ष अर्धवृत्ताकार है। यह करीब 4800 वर्ग फीट में स्थित है। इसके व्यास के मध्य में ऊंचे स्थान पर स्पीकर की कुर्सी स्थित है। स्पीकर की कुर्सी के विपरीत दिशा में पहले भारतीय विधायी सभा के अध्यक्ष विट्ठल भाई पटेल का चित्र स्थित है। राष्ट्रपति भवन या राष्ट्रपति महल दिल्ली का एक महत्वपूर्ण स्मारक है। इस भवन की इंपीरियल वास्तुकला लुटियंस और बेकर से प्रेरित थी और इसे ब्रिटिश शासन के दौरान भारत के वाइसराय और गवर्नर जनरल के निवास के रूप में बनाया गया था। सन 1950 तक इसे वाइसरॉय हाउस बोला जाता था।

 

राष्ट्रपति भवन

  • वायसराय पैलेस जिसे वर्तमान में राष्ट्रपति भवन (1929 ईस्वी निर्मित) के नाम से जाना जाता है, वास्तुकार एडविन लुटियन थे।
  • लुटियन के सहयोगी मुख्य इंजीनियर ह्यूज की लिंग व भारतीय सहयोगियों में हारून अल रशीद, सुजान सिंह और उनके पुत्र शोभा सिंह शामिल थे। इस विशाल भवन में चार मंजिलें और 340 कमरे हैं।
  • लाल बलुआ पत्थर से निर्मित राष्ट्रपति भवन के मुख्य गुम्बद को सांची के बौद्ध स्तूप और जालियों को मुगल स्थापत्य कला की तर्ज पर बनाया गया है।
  • राष्ट्रपति भवन की एक अन्य विशेषता इसके स्तंभों में भारतीय मंदिरों की घंटियों का प्रयोग है।
  • राष्ट्रपति भवन रायसीना पहाड़ी पर बनाया गया दिल्ली का सबसे उंचा भवन है।

 

संसद भवन संपदा

  • वर्ष 1927 र्इस्वी में निर्मित इसके अंतर्गत संसद भवन, संसदीय ज्ञानपीठ (ग्रंथालय), संसदीय सौंध और इसके आस-पास के विस्तृत लॉन आदि शामिल हैं।
  • इसके वास्तुकार एडविन लुटियन और हरबर्ट बेकर थे और इसे बनाने में 6 वर्ष लगे।
  • इसके विशाल वृत्ताकार क्षेत्र में लोकसभा, राज्यसभा और पूर्ववतÊ
  • ग्रंथालय (पहले यह प्रिंसेस चैंबर था) हैं और इनके मध्य उद्यान प्रांगण है। केन्द्रीय कक्ष गोलाकार है और इसके 98 फुट व्यास वाले गुंबद
  • को विश्व के भव्यतम गुंबदों में से एक माना जाता है। - 15 अगस्त, 1947 ईसवी को ब्रिटिश शासन द्वारा भारत को
  • सत्ता हस्तांतरण तथा संविधान समिति सभा द्वारा भारतीय संविध न का निर्माण इसी कक्ष में हुआ था।

 

इंडिया गेट

  • यह एक युद्ध स्मारक है जिसका निर्माण 1931 ईसवी में प्रथम विश्वयुद्ध व अफगान युद्ध में शहीद हुए सैनिकों की स्मृति में किया गया। इसकी कुल ऊंचाई 43 मीटर है।
  • इस विशाल द्वार का निर्माण राजपथ दिल्ली में लाल बलुआ पत्थर से हुआ है, जिसके वास्तुकार लुटियन थे।
  • स्थापत्य की दृष्टि से इंडिया गेट की तुलना ट्रिम्फल आर्क, रोम; आर्क द ट्रिम्पे (पेरिस) तथा गेट-वे- ऑफ इंडिया से की गई है।
  • राजीव चौक के समीप स्थित कनॉट प्लेस का मौजूदा डिजाइन ‘राबर्ट टोर रसेल’ ने तैयार किया था।

 

उच्चतम न्यायालय भवन

  • सुप्रीम कोर्ट का भवन 17 एकड़ की त्रिभुजाकर भूमि पर इंडो-ब्रिटिश स्थापत्य शैली में बनाया गया है। इसके मुख्य वास्तुकार गणेश भीकाजी देवलकर थे, जो सीपीडब्ल्यूडी के पहले भारतीय प्रमुख थे।
  • सुप्रीम कोर्ट का निर्माण इस प्रकार किया गया है कि यह न्याय के तराजू का प्रतिनिधित्व करता है। राजेन्द्र प्रसाद ने कहा था कि न्याय के तराजू के दोनों पलड़े समान होने चाहिए। अत: सुप्रीम कोर्ट भवन का केन्द्रीय हिस्सा जिसमें मुख्य न्यायाधीश का कमरा एवं दो बड़े कोर्टरूम स्थित हैं तराजू के केन्द्रीय बीम का प्रतिनिधित्व करता है।
  • सुप्रीम कोर्ट के लॉन परिसर में स्थापित काले रंग की पीतल की 210 सेमी. ऊंची मूर्ति के बारे में है। इस मूर्ति में एक महिला एक बच्चे को पकड़े हुए है एवं बच्चे के हाथ में एक खुली हुई किताब है। इस मूर्ति में प्रदर्शित महिला भारत माता का प्रतिनिधित्व करती है और बच्चे को इस तरह दिखाने का आशय यह है कि वह भारत के युवा गणराज्य रक्षा कर रही है।
  • इस मूर्ति की स्थापना 20 फरवरी 1980 को की गई थी और इसके डिजाइनर “चिंतामणि कार” थे।
  • सुप्रीम कोर्ट की मुहर के रूप में “सारनाथ के अशोक स्तंभ” में वÆणत 24 तीलियों वाले पहिये की प्रतिकृति का प्रयोग किया जाता है।

 

नॉर्थ और साउथ ब्लॉक

  • राजपथ के एक ओर ‘साउथ ब्लॉक’ एवं दूसरी ओर ‘नॉर्थ ब्लौक’ स्थित है, जिनका निर्माण 1931 में ब्रिटेन के विख्यात वास्तुकार हरबर्ट बेकर द्वारा किया गया।
  • साउथ ब्लॉक मेहराबदार सीढियों और ऊंची छत वाले गलियारों की भूल-भूलैया है। विशाल गुम्बजों वाले स्तम्भ, श्रेणियां तथा सपाट छतें इस भवन की उल्लेखनीय विशेषताएं है।
  • नॉर्थ और साउथ ब्लॉक, केंद्रीय सचिवालय का हिस्सा हैं और राष्ट्रपति भवन के दायीं और बायीं तरफ हैं। भारत सरकार के कई प्रमुख कार्यालय यहीं पर हैं।
  • नॉर्थ ब्लॉक में गृह मंत्रालय और वित्त मंत्रालय, केंद्रीय प्रत्यक्ष कर कार्यालय (सीबीडीटी) के अध्यक्ष का कार्यालय अवस्थित है।
  • साउथ ब्लॉक में रक्षा और विदेश मंत्रालय, प्रधानमंत्री कार्यालय और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार कार्यालय, कैबिनेट सेकेटरी का ऑफिस, विदेश सचिव कार्यालय स्थिल है। तीनों सेनाओं के जनसंपर्क अधिकारी भी साउथ ब्लॉक में बैठते हैं।
  • साउथ ब्लॉक में विदेश मंत्रालय के कुछ कार्यालय, ‘अकबर भवन’, ‘शास्त्री भवन’, ‘पटियाला हाउस’ तथा ‘आईसवीएस. आईसवीएल. भवन’ में भी स्थित हैं।

 

विज्ञान भवन (नई दिल्ली)

  • विज्ञान भवन, नई दिल्ली मौलाना आजाद रोड पर स्थित एक सरकारी इमारत है।
  • सन् 1955 में इस इमारत का नक्शा केन्द्रीय लोकनिर्माण विभाग के प्रमुख वास्तुविद आर.आईसवी गहलौत ने तैयार किया था। सन् 1956 में बनी यह इमारत राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय आयोजनों के लिये प्रयोग में लायी जाती हैं।

 

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